Agriculture Current Affair – June 2023
1- कृषि एवं किसान कल्याण विभाग ने 30 जून 2023 तक खरीफ फसलों के अंतर्गत आने वाले क्षेत्र कवरेज में प्रगति जारी की है, जिसका क्षेत्र:203.18 लाख हेक्टेयर है ।
2-बागवानी फसलों के क्षेत्र व उत्पादन के संबंध में वर्ष 2021-22 के अंतिम आंकड़े और वर्ष 2022-23 के प्रथम अग्रिम अनुमान जारी किए हैं। वर्ष 2021-22 में कुल बागवानी उत्पादन रिकॉर्ड 347.18 मिलियन टन हुआ है, जो वर्ष 2020-21 के उत्पादन से 12.58 मिलियन टन (3.76%) अधिक है। वर्ष 2022-23 में कुल बागवानी उत्पादन रिकॉर्ड 350.87 मिलियन टन होने का (प्रथम अग्रिम) अनुमान है।
3-कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय ने पिक्सल स्पेस इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किया ,यह तकनीक कृषि की निगरानी के लिए अद्वितीय क्षमताओं वाली एक उभरती हुई तकनीक है, हाइपरस्पेक्ट्रल डेटा का उपयोग करके क्लोरोफिल और फसलों की नमी की स्थिति में परिवर्तन का पता लगाकर, फसल स्वास्थ्य की निगरानी करना किसानों के लिए फसल-जोखिम प्रबंधन समाधान खोजने में फायदेमंद होगा।इस तकनीक का उपयोग करके नवीन भू स्थानिक समाधान विकसित करने में काफी मदद मिलेगी। नई तकनीक, विलंबकारी और त्रुटियों की संभावना वाली मैनुअल सर्वेक्षण और मापों पर निर्भरता को कम करेगी।
4-“प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि” के अंतर्गत फेस ऑथेंटिकेशन फीचर का पीएम-किसान मोबाइल ऐप केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री नरेंद्र सिंह तोमर ने लांच किया। आधुनिक टेक्नालॉजी के बेहतरीन उदाहरण इस ऐप से फेस ऑथेंटिकेशन फीचर का उपयोग कर किसान दूरदराज, घर बैठे भी आसानी से बिना ओटीपी या फिंगरप्रिंट के ही फेस स्कैनकर ई-केवाईसी पूरा कर सकता है
5-भारतीय जी-20 अध्यक्षता के तहत कृषि कार्य समूह की तीन दिवसीय बैठक हैदाराबाद में संपन्न हुई।
6-राष्ट्रीय कृषि विस्तार प्रबंधन संस्थान (मैनेज), हैदराबाद ने आज तीसरे मैनेज कृषि विस्तार पुरस्कार – 2022 समारोह में सर्वश्रेष्ठ पोस्ट-ग्रेजुएट थीसिस, सर्वश्रेष्ठ पीएचडी, थीसिस और कृषि विस्तार में सर्वश्रेष्ठ पुस्तकों को पुरस्कार प्रदान किए। प्रत्येक श्रेणी में तीन स्नातकोत्तर छात्रों, तीन पीएचडी, विद्वानों और 21 पुस्तकों के लेखकों को प्रथम, द्वितीय और तृतीय पुरस्कार दिये गये।
7-भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद, (आईसीएआर) नई दिल्ली, ने अमेजन किसान के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किया ताकि, अधिक उपज और आय के लिए, विभिन्न फसलों की वैज्ञानिक खेती पर किसानों का मार्गदर्शन करने, दोनों संगठनों में तालमेल बिठाकर उनकी शक्ति का संयोजन किया जा सके। आईसीएआर, अमेजन के नेटवर्क के माध्यम से किसानों को तकनीकी सहायता प्रदान करेगा। इसके परिणामस्वरूप किसानों की आजीविका में सुधार होगा और फसल की उपज भी बढ़ेगी। ‘अमेजन किसान कार्यक्रम’ से किसानों के साथ साझेदारी का यह समझौता ज्ञापन, उपभोक्ताओं के लिए उच्च गुणवत्ता वाली ताजी उपज तक पहुँच, अमेजन फ्रेश के द्वारा भी, सुनिश्चित करने में मदद करेगा।
8-श्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति (सीसीईए) ने विपणन सत्र 2023-24 के दौरान सभी स्वीकृत खरीफ फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) में बढ़ोतरी को मंजूरी दे दी है।
9-भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान (आईएआरआई), जिसे पूसा संस्थान और हरित क्रांति के अग्रदूत के रूप में जाना जाता है, वर्ष 2023 के लिए नेशनल इंस्टीट्यूशनल रैंकिंग फ्रेमवर्क (एनआईआरएफ) द्वारा कृषि और संबद्ध क्षेत्रों की श्रेणी में रैंकिंग के शिखर पर पहुंच गया है। नेशनल इंस्टीट्यूशनल रैंकिंग फ्रेमवर्क (एनआईआरएफ) के आठवें संस्करण की घोषणा 5 जून, 2023 को भारत सरकार के विदेश और शिक्षा राज्य मंत्री डॉ. राजकुमार रंजन सिंह ने की थी। एनआईआरएफ ने लगभग 8,686 उच्च शिक्षा संस्थानों (एचईआई) की रैंकिंग जारी की जिन्होंने रैंकिंग प्रक्रिया में भाग लिया था। पहले चार श्रेणियां और सात विषय क्षेत्र थे। कृषि और संबद्ध क्षेत्र को पहली बार एक विषय क्षेत्र के रूप में जोड़ा गया है।
10-श्री परषोत्तम रूपाला ने आज यहां मत्स्यपालन, पशुपालन और डेयरी राज्य मंत्री डॉ. एल. मुरुगन की उपस्थिति में ‘रिपोर्ट फिश डिजीज’ नाम से एक एंड्रॉइड-आधारित मोबाइल ऐप लॉन्च की, “डिजिटल इंडिया” के दृष्टिकोण में योगदान करते हुए, ‘रिपोर्ट फिश डिजीज’ को आईसीएआर-नेशनल ब्यूरो ऑफ फिश जेनेटिक रिसोर्सेज (एनबीएफजीआर), लखनऊ द्वारा विकसित किया गया है और आज जलीय पशु रोगों के लिए राष्ट्रीय निगरानी कार्यक्रम के तहत लॉन्च किया गया है।
11-देश में मछली उत्पादन 2000-01 में 28.23 लाख टन प्रति वर्ष से बढ़कर 2021-22 में 121.21 लाख टन प्रति वर्ष हुआ
12-भारत सरकार के मत्स्य पालन, पशुपालन एवं डेयरी मंत्रालय के अंतर्गत मत्स्य विभाग ने आजादी का अमृत महोत्सव के तहत 9 जून, 2023 को ‘सस्टेनेबिलिटी ऑफ फिश मील इंडस्ट्री एंड द लाइवलीहुड्स ऑफ फिशरमेन’ यानी ‘फिश मील उद्योग की निरंतरता एवं मछुआरों की आजीविका‘ विषय पर एक राष्ट्रीय वेबिनार का आयोजन किया।