कृषि समाचार
Agriculture Current Affair – May 2023
1-भारत सरकार द्वारा मध्य प्रदेश सरकार के सहयोग से राजा भोज कृषि महाविद्यालय, बालाघाट में आज विश्व मधुमक्खी दिवस पर वृहद कार्यक्रम और विराट किसान मेला केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री नरेंद्र सिंह तोमर के मुख्य आतिथ्य में आयोजित किया गया। इस अवसर पर श्री तोमर ने कालेज भवन का लोकार्पण व राजा भोज की प्रतिमा का अनावरण किया, मधुमक्खी एक्सपो का शुभारंभ किया, राष्ट्रीय बैल जोड़ी स्पर्धा में प्रतिभागियों का उत्साह बढ़ाया। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में किसानों, मधुमक्खी पालकों, एफपीओ, स्टार्टअप्स ने हिस्सा लिया।केंद्रीय कृषि मंत्री श्री तोमर ने शहद परीक्षण प्रयोगशालाओं व अन्य अवसंरचनाओं का वर्चुअल उद्घाटन भी किया। इसमें क्षेत्रीय शहद परीक्षण प्रयोगशाला, आईसीएआर-आईआईएचआर बेंगलुरु कर्नाटक, आईएआरआई पूसा दिल्ली, केवीके कुपवाड़ा जम्मू-कश्मीर, स्कास्ट कश्मीर, केवीके दमोह म.प्र., बनासकांठा सहकारी दुग्ध उत्पादन संघ पालनपुर व नवसारी कृषि वि.वि. गुजरात, कृषि महा. पासीघाट अरूणाचल प्रदेश, निफ्टेम सोनीपत हरियाणा, मधुमक्खी रोग निदान केंद्र एफसीआरआई हैदराबाद तेलंगाना, बी बॉक्स व मधुमक्खीपालन उपकरण निमार्ण इकाई- एसएफएसी, कोरिया एग्रो प्रोड्यूसर लि. छत्तीसगढ़ – शहद और अन्य मधुमक्खीपालन उत्पाद संग्रह, व्यापार, ब्रांडिंग और विपणन यूनिट, एसएफएसी, चुली एग्रो प्रोड्यूसर लि. उत्तराखंड, शहद और अन्य मधुमक्खीपालन उत्पाद संग्रह, व्यापार, ब्रांडिंग और विपणन यूनिट- एसएफएसी, उन्नति कृषक सहकारी समिति छत्तीसगढ़- शहद और अन्य मधुमक्खीपालन उत्पाद संग्रह व्यापार, ब्रांडिंग और विपणन यूनिट शामिल हैं। |
2-भारत सरकार द्वारा 20 मई, 2023 को राजा भोज कृषि महाविद्यालय, वारासिवनी, बालाघाट, मध्यप्रदेश में विश्वमधुमक्खी दिवस मनाया जा रहा है। |
3-त्रिपुरा के प्रसिद्ध जैविक क्वीन अनानास (पाइनापल) को दिल्ली में मुख्य अतिथि केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री नरेंद्र सिंह तोमर ने एक समारोह में लांच किया। इस मौके पर त्रिपुरा के कृषि एवं किसान कल्याण, ऊर्जा व संसदीय कार्य मंत्री श्री रतनलाल नाथ भी मौजूद थे।
Agriculture Current Affair – May 2023 |
4-केंद्रीय कृषि मंत्री के मुख्य आतिथ्य में हुआ उत्तराखंड श्री अन्न महोत्सव का समापन |
5-पर्यावरणीय स्थिरता के लिए कृषि और औद्योगिक अपशिष्ट प्रबंधन पर उद्यमिता के अवसर, पर पांच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्घाटन पद्मभूषण डॉ. आरबी सिंह ने किया। यह कार्यक्रम प्रभावी अपशिष्ट प्रबंधन तकनीक के बारे में बताने और जागरूकता फैलाने और उद्यमिता अवसर को लेकर युवाओं के बौद्धिकता बढ़ाने के उद्देश्य से क्षेत्रीय प्रौद्योगिकी प्रबंधन और व्यवसाय योजना विकास इकाई, आईएआरआई नई दिल्ली और कृषि विकास भारत के युवा पेशेवरों के सहयोग से पर्यावरण विज्ञान विभाग द्वारा आयोजित किया जा रहा है। |
6-भारत सरकार के केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री नरेंद्र सिंह तोमर ने 15 मई, 2023 को तेलंगाना में हैदराबाद स्थित राष्ट्रीय वनस्पति स्वास्थ्य प्रबंधन संस्थान (एनआईपीएचएम) में एकीकृत जैविक नियंत्रण प्रयोगशाला का शुभारंभ किया।नवीन एकीकृत जैविक नियंत्रण प्रयोगशाला (बीसी लैब) एनआईपीएचएम में स्थापित की गई एक अत्याधुनिक प्रयोगशाला है, जिसमें जैव कीटनाशकों और जैव नियंत्रण एजेंटों के लिए उत्पादन पद्धतियों पर अनुभव प्रदान करने की सुविधा है। इनमें प्रेडटर्स और पैरासाइटोइड्स, एंटोमोपैथोजेनिक कवक, जैव उर्वरक, एनपीवी, फेरोमोन और वनस्पतियां शामिल हैं। जैव-नियंत्रण एजेंटों, जैव-कीटनाशकों एवं जैव-उर्वरकों का उपयोग रासायनिक कीटनाशकों और उर्वरकों के इस्तेमाल को कम करने में मदद करेगा, जिसके फलस्वरूप पर्यावरण तथा मानव स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव को न्यूनतम किया जा सकेगा और इससे मिट्टी एवं पौधों के स्वास्थ्य में सुधार की गतिविधियां संचालित करने में सहायता मिलेगी। नवीन एकीकृत जैविक नियंत्रण प्रयोगशाला में एक कीट संग्रहालय, खरपतवार संग्रहालय, प्रदर्शनी हॉल, प्राकृतिक कृषि प्रकोष्ठ आदि भी होंगे, जहां पर कृषि की दृष्टि से महत्वपूर्ण कीटों एवं खरपतवारों के नमूनों को सर्वोत्तम तरीके से संरक्षित या जीवित रूपों में प्रदर्शित किया जाएगा।नवीन एकीकृत जैविक नियंत्रण प्रयोगशाला अत्याधुनिक उपकरणों से सुसज्जित है और इन प्रयोगशालाओं में उच्च कोटि के योग्य संकाय सदस्यों के साथ कर्मचारी तैनात हैं। एनआईपीएचएम विभिन्न जैविक एजेंटों, जैव-कीटनाशकों और जैव-उर्वरकों के बढ़ते उपयोग के साथ कीट प्रबंधन के लिए कृषि पारिस्थितिकी तंत्र विश्लेषण (एईएसए) तथा पारिस्थितिक इंजीनियरिंग (ईई) जैसी टिकाऊ कृषि पद्धतियों को बढ़ावा देता है।एनआईपीएचएम विभिन्न फसलों में कीट और रोग प्रबंधन के विभिन्न पहलुओं पर नियमित प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित कर रहा है। प्रशिक्षण कार्यक्रमों में विभिन्न राज्यों में कार्यरत अधिकारी, कृषि विश्वविद्यालयों, केवीके, आईसीएआर संस्थानों के वैज्ञानिक/शिक्षाविद, छात्र, किसान, डीपीपीक्यूएंडएस तथा निजी संगठन शामिल होते हैं। Agriculture Current Affair – May 2023 |
7-इंडियन आयल कार्पोरेशन के अंतर्गत आदर्श गौशाला, ग्वालियर में गोबर आधारित सीबीजी संयंत्र का भूमिपूजन आज हुआ।ग्वालियर में ऋषि महाराज के मार्गदर्शन में लगभग 10 हजार गायों की सेवा इस गौशाला में की जा रही है और उनकी पहल पर ही यह सीबीजी संयंत्र लगाया जा रहा है, जिससे वेस्ट टू वैल्थ की थीम भी यहां सार्थक होगी।31 करोड़ रुपये की लागत से इस परियोजना को ग्वालियर में प्रारंभ करने का निर्णय लिया है। |
8-कृषि क्षेत्र की गतिविधियों को सैटेलाइट के माध्यम से मॉनीटर करने के लिए कृषि मैपर एप लांच, इससे कृषि क्षेत्र की गतिविधियों को सैटेलाइट के जरिये मॉनीटर किया जा सकेगा, भूमि के किस हिस्से में, कौन-सी खेती की जा रही है, इसकी जानकारी मिलेगी। एकत्रित डाटा के माध्यम से किसानों को जरूरी सलाह दी जा सकेगी। कृषि मैपर प्रयासों के दोहराव कम करेगा, देश में नवप्रवर्तकों को विश्लेषण के लिए तैयार डाटा उत्पाद प्रदान करेगा। क्रेडिट तक पहुंच में आसानी एवं लगभग रीयल-टाइम मूल्यांकन और दावों के प्रसंस्करण की सुविधा भी प्रदान करेगा। |
9-पशुपालन और डेयरी विभाग, कृषि उत्पादन विभाग, जम्मू और कश्मीर, सरकार के सहयोग से 1 जून 2023 को विश्व दुग्ध दिवस मनाने जा रहा है, और 1-2 जून 2023 को पशुपालन और डेयरी क्षेत्र के लिए एसकेआईसीसी श्रीनगर, जम्मू और कश्मीर में ग्रीष्मकालीन बैठक भी आयोजित करेगा।केंद्रीय मंत्री श्री रुपाला 2023-24 के लिए एक अभियान- ‘फीडिंग द फ्यूचर: फाइव डेज़ ऑफ एक्शन फॉर फीड एंड फॅाडर एंड ट्रेनिंग ऑफ अ हेल्प’ की शुरुआत करेंगे। |
10-भारत का मछली उत्पादन 2021-22 में रिकॉर्ड 162.48 लाख टन प्रति वर्ष तक पहुंचा: भारत वैश्विक मछली उत्पादन में लगभग 8 प्रतिशत हिस्सेदारी के साथ तीसरा सबसे बड़ा मछली उत्पादक देश है,भारत मत्स्यपालन एवं उत्पादन में दूसरे स्थान पर है और दुनिया में शीर्ष कृत्रिम रूप से झींगा उत्पादक देशों में से एक है: श्री परशोत्तम रूपाला श्री परशोत्तम रूपाला |
11-केंद्रीय मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्री पुरुषोत्तम रूपाला ने 03 मई, 2023 को वर्चुअल माध्यम से आज़ादी का अमृत महोत्सव के हिस्से के रूप में वर्ष 2023-24 के लिए राष्ट्रव्यापी एएचडीएफ केसीसी अभियान का आधिकारिक तौर पर शुभारंभ किया। उन्होंने राज्य पशुपालन विभाग और डिजिटल सेवा केंद्र (सीएससी) के माध्यम से एएचडीएफ के लाभार्थियों के साथ बातचीत की। इस कदम से मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी गतिविधियों में लगे सभी छोटे भूमिहीन किसानों को किसान क्रेडिट कार्ड (केसीसी) सुविधा देने में मदद मिलेगी। देश के सभी मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी किसानों को किसान क्रेडिट कार्ड का लाभ प्रदान करने के लिए पशुपालन और डेयरी विभाग, मत्स्य विभाग (डीओएफ) और वित्तीय सेवा विभाग (डीएफएस) के सहयोग से 1 मई, 2023 से 31 मार्च 2024 तक “राष्ट्रव्यापी एएचडीएफ केसीसी अभियान” का आयोजन कर रहा है। इस संबंध में विस्तृत दिशा-निर्देशों से अवगत कराने वाला परिपत्र 13 मार्च, 2023 को राज्यों के लिए जारी किया गया था। वित्तीय सेवा विभाग ने बैंकों के साथ-साथ राज्य सरकार को भी आवश्यक निर्देश जारी किए हैं। |